Ram Mandir निर्माण: इस कारण अयोध्या रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस समेत ये 10 ट्रेनें 22 जनवरी शाम 3:35 बजे तक रद्द रहेंगी.
Ram Mandir निर्माण: इस कारण अयोध्या रूट पर वंदे भारत एक्सप्रेस समेत ये 10 ट्रेनें 22 जनवरी शाम 3:35 बजे तक रद्द रहेंगी.
Introdution: Ram Mandir

Vande bharat train के विषय में अधिकारियों ने बताया कि सहरसा से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। सबसे पहले ट्रैक का मेंटेनेंस कराया जाएगा। इसके बाद ही ट्रेन चलाने को लेकर आगे का काम शुरू होगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा को प्राथमिकता देने वालों के लिए खुशखबरी है। अब बिहार के सहरसा जिले को रेलवे बड़ी सौगात देने की तैयारी में है। सहरसा से नई दिल्ली के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्लान है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। सहरसा से दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलने से यात्रा बहुत आसान हो जाएगी। साथ ही लोगों के समय की भी अच्छी-खासी बचत होगी।
मालूम हो कि फिलहाल सहरसा से दिल्ली जाने के लिए एक ही ट्रेन है। इसे सहरसा-नई दिल्ली एक्सप्रेस के तौर पर जाना जाता है। यह ट्रेन पुरानी हो चुकी है और सुविधाएं भी कम हैं।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सहरसा से दिल्ली जाने वाली वंदे भारत को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके लिए सबसे पहले ट्रैक का मेंटेनेंस कराया जाएगा। इसके बाद ही ट्रेन चलाने को लेकर आगे का काम शुरू होगा।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य ट्रैक इंजीनियर मुकेश कुमार ने कुछ दिनों पहले सहरसा का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने सहरसा और समस्तीपुर के बीच रेलखंड का ट्रैक निरीक्षण किया।
हर राज्य को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ने का प्रयास
हर राज्य को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ने का प्रयास हाजीपुर जोन के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने इस नई वंदे भारत ट्रेन को लेकर अधिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे का प्रयास है कि देश के हर राज्य को वंदे भारत ट्रेनों से जोड़ा जाए।
इस दिशा में साल 2024 में काफी प्रगति देखने को मिल सकती है। मालूम हो कि वंदे भारत ट्रेन की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसे ध्यान में रखते हुए बड़े पैमाने पर ट्रैक मेंटेनेंस का काम चल रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे ट्रैक और ठीक होते जा जाएंगे, वैसे-वैसे वंदे भारत ट्रेनों का जाल बिछता जाएगा। बिहार के सहरसा में भी इसी दिशा में काम आगे बढ़ रहा है और जल्द ही इसे लेकर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।