सेना का जवान डीसी ऑफिस में: क्यों करना पड़ा शिकायत दर्ज?
सेना का जवान डीसी ऑफिस में: क्यों करना पड़ा शिकायत दर्ज?
सेना का जवान डीसी ऑफिस में: छुट्टी पर घर लौटे सेना के जवान ने प्रशासनिक समस्याओं से परेशान होकर डीसी ऑफिस में शिकायत दर्ज की। वर्दीधारी जवान की पुकार ने वहां मौजूद अफसरों को झकझोर कर रख दिया।
ऊना. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला मुख्यालय के करीबी ग्राम पंचायत बहडाला से निवासी
आइटीबीपी जवान अपने घर के रास्ते की समस्या को लेकर वर्दी में ही परिवार सहित डीसी कार्यालय पहुंचे.
इस मौके पर उनके साथ पंचायत के प्रतिनिधि और ग्रामीण भी मौजूद रहे.
दरअसल,
गांव में सीनियर सेकेंडरी स्कूल की चार दिवारी का निर्माण होने के चलते
इसी मैदान से होकर उनके घर को जाने वाला रास्ता बंद हो रहा है.
इसके अतिरिक्त इसी रास्ते से होकर कई किसान भी अपनी कृषि योग्य भूमि तक पहुंचते थे.
लेकिन अब स्कूल मैदान की चार दिवारी होने के चलते इन सभी लोगों के रास्ते पर संकट के बादल मंडरा गए हैं.
आईटीबीपी के जवान गुरवचन सिंह ने एडिशनल डिप्टी कमिश्नर महेंद्र पाल गुर्जर को अपनी समस्या के संबंध में ज्ञापन पत्र सौंपा.
साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है कि यदि मंगलवार तक उनकी समस्या का हल नहीं हुआ
तो वह धरने पर बैठने को मजबूर होंगे. दूसरी तरफ जिला प्रशासन ने कहा है
कि इस मामले के स्थाई हल के लिए रेवेन्यू रिकॉर्ड को मंगवा लिया गया है.
जल्द सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी.
शनिवार को ग्राम पंचायत बहडाला के निवासी आइटीबीपी जवान गुरवचन सिंह और
किसान अपने घर और खेतों के लिए जाने वाले रास्ते की समस्या को लेकर डीसी कार्यालय पहुंचे और अपनी बात उठाई.
गुरवचन ने कहा कि वह 5 सालों से परेशान है. उन्होंने कहा कि कई साल पहले उन्होंने अपना मकान बनाया था.
स्कूल के मैदान से होकर ही वह अपने घर और अन्य लोग अपने खेतों तक जाते थे.
उन्होंने कहा कि उनके पुश्तैनी मकान का रास्ता स्कूल प्रशासन द्वारा बंद करवाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले महीने उपायुक्त ऊना को रास्ते के संदर्भ में
एक ज्ञापन के माध्यम से निवेदन भी किया था. जिमसें उन्होंने अपने फौज में होने की बात भी विशेष रूप से बताई थी.
उन्होंने कहा कि एक तरफ हिमाचल सरकार विधानसभा में कह रही है
कि किसी भी व्यक्ति के निजी या सरकारी भूमि पर बने रास्तो को बंद नहीं किया जाएगा,
वहीं दूसरी तरफ उनका रास्ता बंद किया जा रहा है.
उन्होंने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है
कि यदि मंगलवार तक उनकी समस्या का स्थाई हल नहीं होता तो वह मंगलवार से धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.
जिसकी जिम्मेदारी हिमाचल प्रदेश के शासन और जिला के प्रशासन की होगी.
दूसरी तरफ अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने कहा कि आईटीबीपी के जवान गुरबचन सिंह ने अपनी समस्या उन्हें बताई है.
इस मामले में जिला राजस्व अधिकारी को जमीन का रिकॉर्ड तलब करने के लिए भी कहा गया है.
उन्होंने कहा कि यह जमीन शिक्षा विभाग के नाम है,
जहां से 3 मीटर रास्ते की मांग की जा रही है.
जल्द इस मामले पर सकारात्मक कार्रवाई करते हुए इस समस्या का हल निकाल दिया जाएगा.